क्यों न बोले मो से मोहन क्यों
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चित्रपट रा-वन्
संगीत - विशाल शेखर
शब्दांकन - पंछी जलोनवी
संस्कृत भाषांतर
किं न वदसि रे मोहन किं
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क्यों न बोले मो से मोहन क्यों
है रूठे रूठे मोहन यूँ
कैसे मनाऊँ
क्यों न बोले मो से मोहन क्यों
है रूठे रूठे मोहन यूँ
कैसे मनाऊँ ।। धॄ ।।
किं न वदसि रे मोहन किं
किं न वदसि रे मोहन किं
मान्य: कथम् ।
किं न वदसि रे मोहन किं
दूरङ्गतोऽसि मोहन किं
मान्य: कथम् ।। धॄ ।।
उन बिन कटे ना रैना
उन बिन आवे ना इक पल चैना
उन बिन जिऊँ तो कैसे मै जिऊँ
भरे नैना भरे मोरे नैना झरे मोरे नैना
मोहे नैना सुने नहीं कहना बहे मोरे नैना
विना तेन यामि दु:खं
विना तेन क्षणं न च रे सौख्यं
विना तेन नैव शक्यं जीवनम्
पूर्णे नयने मे जलेन नयने वहती
मे नयने किमपि न वदती नयने वहती ।।१।।
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